(26 मार्च 2015) लेकिन इस बार टीआरपी के मैदान में दिया और बाती की ज़मीन थोड़ी हिल गई है.
इस हफ़्ते की टीआरपी रेटिंग से भी कोई ख़ास उम्मीद नहीं थी और लग रहा था कि वही ‘दिया और बाती हम’ और ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ की बात होगी.
कमज़ोर कहानी का प्रभाव और लीड पेयर संध्या और सूरज में अनबन का असर ‘दिया और बाती हम’ की रेटिंग पर पड़ने लगा है.
एक लंबे अंतराल से कभी पहले और कभी दूसरे नंबर पर चल रहा ये धारावाहिक इस हफ़्ते की टीआरपी रेटिंग में तीसरे पायदान पर लुढ़क गया है.
कैसे मंद हुई दिये की बाती
इस धारावाहिक की कमी यह है कि इसकी मूल भावना कहीं खो गई है और कहानी आगे कोई रोचक मोड़ नहीं ले पा रही है.
अगर ये शो इसी ढर्रे पर आगे बढ़ा तो आने वाले दिनों में आप इसे टीआरपी टेबल में और नीचे देखेंगे.
पहले स्थान पर वापस आया है धारावाहिक ‘साथिया’ जिसमें टाइम लीप के बाद अब कहानी कई साल आगे बढ़ी है और नई कहानी, नए चेहरे दर्शकों को लुभा रहे हैं.
दूसरे स्थान पर आ गया है ‘कुमकुम भाग्य.’
हाल रिएलिटी शोज़ का
रिएलिटी शोज़ की दौड़ में चौंकाने वाली बात थी ‘कॉमेडी नाइट्स’ का टीआरपी में शीर्ष तीन स्थान से नदारद रहना.
‘कॉमेडी नाइट्स’ की जगह लेकर पहले स्थान पर रहा ‘ख़तरों के खिलाड़ी’.
वहीं दूसरे स्थान पर रहा ‘सारेगामापा — लिटिल चैंप्स’ जिसका ये आख़िरी हफ़्ता है और इस आख़िरी हफ़्ते में ग्रैंड फ़िनाले का इंतज़ार सभी को रहेगा.
‘फ़राह की दावत’ और सिलेब दोस्तों के साथ उनका खाना बनाना लोगों को पसंद आ रहा है. ये शो इस हफ़्ते तीसरे पायदान पर आ गया है.
नए धारावाहिकों का हल्ला बोल
टीआरपी टेबल में जगह नहीं मिली इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं की नए चैनल एंड टीवी के शोज़ अच्छा नहीं कर रहे हैं.
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